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Showing posts from June, 2023

ज्योतिष में तीसरा भाव

 ॐ गुरुवे नमः पहले भाव में जन्म मिला तो दूसरे भाव में हमे जीवन जीने का साधन मिला, तीसरे भाव में हमे निम्न कारक मिले खेलने के लिए छोटे भाई बहन हमारा ध्यान रखने के लिए नौकर शरीर के अंगों में हाथ, गला इत्यादि अपनी बात रखनी शुरू की, समझानी शुरू की यानी कम्युनिकेशन हमारी परफॉर्मेंस और प्रेजेंटेशन जो हमे सर्विस मिली वह भी यही भाव फ्री विल, साहस और पराक्रम भी यही भाव है। नैसर्गिक कुंडली में इसकी राशि मिथुन है जिसका स्वामी बुध है। कारक ग्रह मंगल है।   तो जीवन में सफलता पानी हो तो कर लो इस भाव को मजबूत। एक मंत्र है इस भाव का जिसे रखो हमेशा याद "करत करत अभ्यास ते जड़मत होत सुजान  रस्सी आवत जात ते सिल पर परत निशान" उर्दू में एक कहावत है जो कि इस भाव पर सबसे सही बैठती है " हिम्मत ए मर्द, मदद ए खुदा" अर्थात जो इंसान खुद हिम्मत करता है ईश्वर भी उसी की मदद करता है।  देखो यदि कोई खुद पर भरोसा रखने वाला तो समझो उसका तीसरा भाव अच्छा है। अगर किसी की कम्युनिकेशन स्किल अच्छी है तो समझ लो तीसरा भाव अच्छा है। यदि करना है तीसरा भाव अच्छा तो कर लो खुद पर विश्वास , प्रयास। मंगल भाई , बुध...

ज्योतिष में दूसरा भाव second house

 ॐ नमः शिवाय नमस्कार दोस्तों,        आज बात करते है दूसरा भाव की, दूसरा भाव हमारे रिसोर्सेज है , जीवन जीने के साधन है , भगवान विष्णु श्रृष्टि पालन करता है तो लक्ष्मी उनकी सहयोगी शक्ति है यही लक्ष्मी धन लक्ष्मी, अन्न पूर्णा और परिजनों के रूप में दूसरे भाव में समाहित है यानी दूसरा भाव है  हमारे परिवार का हमारे धन का भोजन का शरीर के अंगों में ज्ञानेंद्रियों का ( आंख, कान, नाक, रसना) का नैसर्गिक राशि वृषभ एक बैल जो कि वाहन है भगवान शिव के, इसके स्वामी शुक्र( देवी लक्ष्मी) है। मां का दूध याद आता है न समय समय पर, हा वही जो शिशु के लिए जरूरी और सेहत के लिए अच्छा भोजन होता है। तो भोजन दूसरे भाव में मां का दूध चंद्र उच्च का होता है न, यही चंद्र कैश फ्लो भी है।  धन के रूप में क्या चाहिए सभी को , सोना न, परिवार में क्या चाहिए वृद्धि और सुख न तो ये सोना और वृद्धि गुरु की है तो यही गुरु दूसरे भाव का कारक बन जाता है। बेसिक शिक्षा जानकारी दूसरे भाव से ही लेगे क्युकी बेसिक ज्ञान न हुआ तो जीना किस काम का तो अगर दिक्कत है कैश फ्लो की तो लो मदद चंद्र यानी मां की, छू लो उ...