आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं,
आज एक कोशिश 2023 के बारे में जानने की, कोई प्रिडिक्शन नहीं
2023=7 अर्थात केतु का वर्ष
7 पूर्णता का प्रतीक है, वैसे तो 9 ग्रह है लेकिन 2 छाया ग्रह को हटा दे तो 7 ही बचते है,
7 महासागर, 7 दिन, 7 स्वर, सप्त ऋषि, इंद्र धनुष के 7 रंग, बाइबिल के 7 चर्च, इस्लाम में श्रृष्टि की रचना के 7 दिन, सात रस, सात धातु
सात लोक, 7 चक्र तो देखे तो 7 की बहुत महत्ता है, जब किसी को नजर लग जाएं तो सात बार ही उतारा करते है, अधिकतर 3 या 7 बार ही मंत्र पढ़ते है,
सबसे फाइन तत्व शुक्र माना गया है, लेकिन केतु इससे भी महीन है, सूर्य के साथ यह ध्वज कीर्ति योग बनाता है तो चंद्र को यह ग्रहण लगाता है,
इस बार 7 चंद्र व गुरु के मेल से बना है।
यह वर्ष मेरे विचार में भौतिक सुख से ज्यादा आध्यात्मिक यात्रा देना वाला हो सकता है,
इस वर्ष इमोशनल अप डाउन भी ज्यादा देखने को मिल सकता है।
अकेलापन, अवसाद, और divorce जैसी समस्या से रूबरू होना पड़ सकता है,
फाइनेंस इतना बुरा नहीं होना चाहिए लेकिन कैश फ्लो की समस्या हो सकती है।
उपाय :· केतु अवरोध देता है अर्थात विघ्न देना इसका काम है जैसे चूहा लेकिन इसको विघ्न हर्ता गणेश जी महाराज की पूजा व प्रार्थना से कंट्रोल किया जा सकता है।
बोलो गणपति बप्पा मोरया।
#deepjyotish
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